मेलबर्न. रोहित शर्मा (137) और सुरेश रैना (65) की तूफानी पारी की बदौलत टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप-2015 के दूसरे क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को जीत के लिए 303 रनों का टारगेट दिया। टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया और निर्धारित 50 ओवर्स में 6 विकेट के नुकसान पर 302 रन बनाए। रवींद्र जडेजा 25 और आर. अश्विन 3 रन बनाकर नाबाद लौटे। बांग्लादेश के लिए तस्किन अहमद ने तीन विकेट लिए, जबकि मुर्तजा, रुबेल हुसैन और शाकिब अल हसन ने एक-एक विकेट चटकाए।
धवन के रूप में गिरा पहला विकेट
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया को रोहित शर्मा और सुरेश रैना ने जबरदस्त शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 16.3 ओवर में 75 रन जोड़े। रोहित शर्मा ने मैच की पहली गेंद पर ही बाउंड्री लगाकर पारी की शुरुआत की। टीम इंडिया को पहला झटका शिखर धवन के रूप में लगा। शाकिब अल हसन की गेंद पर उन्हें मुस्फिकुर रहीम ने स्टंप आउट किया। धवन 30 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बैटिंग करने आए विराट कोहली कुछ खास नहीं कर सके। वह सिर्फ 3 रन के निजी स्कोर पर रुबेल हुसैन की बॉल पर कप्तान रहीम के हाथों लपके गए। रुबेल ने विराट को आउट करने के बाद अपशब्द भी कहे।
15.5 ओवर में जोड़े 122 रन
भारतीय पारी संभल पाती इससे पहले ही तस्किन ने अजिंक्य रहाणे (19) को शाकिब अल हसन के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। रहाणे और रोहित ने तीसरे विकेट के लिए 36 रनों की पार्टनरशिप की। रहाणे के सस्त में आउट होने के बाद बैटिंग करने उतरे सुरेश रैना ने रोहित का बखूबी साथ निभाया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 15.5 ओवर्स में 122 रन जोड़ते हुए टीम इंडिया का स्कोर 230 रनों के पार पहुंचा दिया। यह जोड़ी तब टूटी जब रैना 65 रन बनाकर मुर्तजा की बॉल पर रहीम के हाथों लपके गए। रैना ने 57 बॉल में 7 चौके और एक छक्का लगाया।
रोहित की 7वीं सेन्चुरी
रोहित 126 बॉल में 137 रन बनाकर आउट हुए। तस्किन की बॉल पर बोल्ड होने से पहले रोहित ने 14 चौके और 3 छक्के लगाए। यह रोहित शर्मा के वनडे करियर की 7वीं सेन्चुरी है। उन्होंने सेन्चुरी के लिए 108 बॉल खेली। इस दौरान रोहित ने 10 चौके और एक छक्का लगाया। बता दें कि रोहित शर्मा की यह वर्ल्ड कप में पहली सेन्चुरी है, जबकि मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर दूसरी है। रोहित को 90 के स्कोर पर जीवनदान भी मिला। दरअसल, रुबेल की बॉल पर रोहित ने शॉट खेला और बॉल सीधे फील्डर के हाथों में जा समाई, लेकिन अंपायर ने नो बॉल करार दिया। इससे पहले भी उन्हें 10वें ओवर में जीवनदान मिला था। बता दें कि नासिर हुसैन ने अपनी ही गेंद पर फॉलोथ्रू करते हुए एक कैच टपकाया।
दोनों टीमों के बीच खेले गए 28 इंटरनेशनल वनडे मैचों में 24 बार भारतीय टीम विजयी रही है। इस लिहाज से भारत का पलड़ा निश्चित रूप से ज्यादा भारी है। दोनों ही टीमें इस विश्व कप में मेलबर्न में एक-एक मैच खेल चुकी हैं। भारत ने जहां दक्षिण अफ्रीका को इसी मैदान पर 130 रनों से हराया वहीं बांग्लादेश को ग्रुप-वर्ग में श्रीलंका के खिलाफ 92 रनों से हार झेलनी पड़ी।
2007 में भी जीता था टॉस, की थी पहले बैटिंग
वर्ल्ड कप-2007 में त्रिनिदाद के क्वींस पार्क ओवल में हुए ग्रुप-बी मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला जरूर किया, लेकिन सलामी बल्लेबाज सौरभ गांगुली (66) और युवराज सिंह (47) के अलावा कोई भी शीर्ष बल्लेबाज चल नहीं सका था और पूरी टीम 49.3 ओवरों में 191 रन बनाकर धराशाई हो गई थी। उस समय टीम की कमान राहुल द्रविड़ के हाथ में थी, हालांकि द्रविड़ भी 14 रनों का ही योगदान दे सके थे। बांग्लादेश की मौजूदा टीम के कप्तान मशरफे मुर्तजा ने उस मैच में चार विकेट चटकाए थे। भारत से मिले 192 रनों के मामूली लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने तमीम इकबाल (51), मुशफिकुर रहीम (नाबाद 56) और शाकिब अल हसन (53) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 48.3 ओवरों में पांच विकेट पर जीत हासिल कर ली थी।
प्लेइंग इलेवन-
बांग्लादेश : तमीम इकबाल, सौम्या सरकार, शकिब अल हसन, मशरफे मुर्तजा (कप्तान), अनामुल हक, इमुरुल काइज, महमुदुल्लाह, मोमिनुल हक, मुशफिक्कुर रहीम, नासिर हुसैन, रुबेल हुसैन, शब्बीर रहमान, तास्किन अहमद।
टीम इंडिया : शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रवींद्र जडेजा, आर. अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहित शर्मा और उमेश यादव।
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